आज के इस समय के हमारे कुछ युवाओं में एक दिक्कत है की आज ओ इतना मॉडर्न हो चुके हैं की कुछ बेसिक बातें जो हमारे जीवन दैनिक की बहोत ही उपयोगी बातें हैं, तो चलिये ऐसे ही एक जानकारी के बारे में पढ़ते हैं जो सुननें में तो बहोत ही आसान लगता है
परंतु बड़े – बड़े लोग फंस जाते है हैं। आज के इस पोस्ट में हम बात करेंगे की आखिर सवा एक बजे और पौनें एक बजे का क्या मतलब होता है। सवा एक बजे और पौनें एक बजे को समझना बहोत ही आसान होता है।
जब आप इसे
समझ जाएंगे तो आपको अहसास होगा की ये कितना आसान है और ये कैसे नहीं पता है। पर कोई
बात नहीं इसके लिए आप पोस्ट को पूरा पढ़ें आपको सवा एक बजे और पौनें एक बजे का मतलब
पता चल जाएगा।
नोट – सवा एक बजे और पौनें एक बजे कितना होता है की जानकारी के पहले आप को इस बात पर जरूर ध्यान देना चाहिए की आप जब भी सवा और पौने की बातें सुनते हैं
तो एक बात अपने दीमग में गांठ बांध ले की ये सवा और पौने का जो वैल्यू होगा हो हर जगह अलग – अलग होगा तो आप सब भी सवा और पौने को निकालें तो उस वस्तु के मानक के हिसाब से ही निकाले,
क्योंकि समय देखने में इसका अलग कैलक्युलेशन
होता है और पैसे में अलग कोई वस्तु को नाप तौल की स्थिति में अलग होगा है। तो चलिये
अब जानते हैं की सवा और पाउन क्या होता है।
सवा एक बजे का मतलब क्या होता है –
आज के समय में अगर बच्चों से सवा एक बजे का मतलब पुछ लें तो मानों उन्हें बुखार चढ़ जाएगा, कभी – कभी ये सिर्फ बच्चों के साथ ही नहीं बल्कि बड़े व्यक्ति के साथ भी हो जाता है,
और उन्हें भी ये नहीं पता होता है की आखिर सवा एक बजे का मतलब क्या होता है, अगर आप के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है तो इसमें घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये सिर्फ एक जानकारी की कम की वजह से होती है,
तो इसके लिए खुद को दोष नहीं देना चाहिए।
ये तो आप जब चाहे सीख सकते हैं।
मझली सुई मिनट बताती है और सबसे चोटी सुई घंटा (Hour) को दर्शाता है। समय देखनें के लिए आपको हमेंशा मझिली और सबसे चोटी सुई को देखना चाहिए उसी से आपको सही समय का पता चलता है।
जब भी घड़ी की माझीली सुई सीधे 3 पर हो और सबसे चोटी सुई 1 पर हो तो उस समय को ही सवा एक बजे कहेंगे। अगर आप इसे और आसान भाषा में जानना चाहते हैं तो जब भी एक बज कर 15 मिनट होता है तो उसे सवा एक बजे कहा जाता है।
पौनें के बजे का मतलब क्या होता है –
अगर आप ये जानना चाहते हैं की पौनें एक बजे का मतलब क्या होता है तो आपको सबसे पहले घड़ी में घड़ी में ये देखना चाहिए की घड़ी की माझीली सुई और सबसे चोटी सुई कहा है।
अगर सबसे चोटी सुई 12 पर है और माझीली
सुई 9 पर है तो उस समय को पौनें एक बजे कहते हैं। अगर आप इसे और आसान भाषा में जानना
चाहते हैं तो जब भी 12 बज कर 45 मिनट होगा तो उसे पौने एक बजे कहेंगे।
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सवा एक बजे और पौने एक बजे का मतलब क्या होता है?
जब भी एक बज कर 15 मिनट होता है तो उसे सवा एक बजे कहा जाता है। वहीं अगर 12 बज कर 45 मिनट होता है तो उस समय को पौनें एक बजे कहते हैं। अथवा जब एक बज कर 15 मिनट होता है तो उसे सवा एक बजे कहा जाता है, और जब एक बजनें में 15 मिनट बाकी रहता है तो उसे पौने एक बजे कहा जाता है।