Jati Praman Patra Online Apply, आज कल सभी को कही न कही जाति प्रमाण पत्र की जरुरत, होती है। जैसे कोई सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करना हो तो वहा पर जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता, होती है। छात्रवृत्ति भरना हो पेंशन आनलाईन करना हो व अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो तो हमें एक निर्धारित अधिकारी से जाति प्रमाण पत्र बनवाना होता है।
पहेल तो यह तहसील पर जाकर बनवाना होता था, लेकिन आज आनलाईन के ज़माने में हम घर बैठे आय प्रमाण पत्र को आवेदन करके घर बैठे इसे प्राप्त कर सकते है। और सभी सरकारी योजनाओ का लाभ ले सकते है। तो इस पोस्ट में हम Jati Praman Patra Online Apply |
जाति प्रमाण पत्र कितने दिन में बनता है, जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए क्या लगता है, जाति प्रमाण पत्र में कितना पैसा लगता है, जाति प्रमाण पत्र से क्या लाभ है, पिछड़ी जाति (OBC) के अंतर्गत कौन सी जातियां आती है। अनुसूचित जाति (SC) के अंतर्गत कौन सी जातियां आती है। अनुसूचित जनजाति (ST) के अंतर्गत कौन सी जातियां आती है।
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जाति प्रमाण पत्र क्या है -
यह एक प्रकार का दस्तावेज है जो आपके जाति को दर्शाता है कि आप सामान्य जाति से हैं या पिछडी जाति, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग के है। जो तहसीलदार व लेखपाल द्वारा सत्यापित दस्तावेज है। जिसका उपयोग सरकारी व प्राइवेट जगहों पर मान्य है।
उत्तर प्रदेश में सामान्य वर्ग का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनता है। केवल पिछडी
जाति, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी किया जाता है।
उत्तर प्रदेश में पिछड़ी जाति (OBC) में कौन - कौन जातियां आती हैं -
अर्कवंशीय, अरख, अर्शक, अहीर, इदरीसी, कचेर, कुजड़ा (राईन), कडेरे, कतुआ, कन्डेरे, कम्बोज, कुम्हार, करण (कर्ण), कुर्मी, कुर्मी - मल्ल, कुर्मी - सैंथवार, कुरैशी, कलवार, कलार, कलाल, केवट/मल्लाह, कश्यप, कसगर, कसेरा, कस्साव, कसौधन, कहार, काकुस्थ, काछी, काछी-कुशवाहा, कांदू, किसान, कोष्टा/कोष्टी,
कोइरी, खुमरा, खागी, गुजर, गड़ेरिया, गद्दी, गन्धीग्वाला, गाड़ा, गिरि, गोले-ठाकुर, गोसाई, घोसी, चक, चनऊ, चिकवा, चौरसिया, छीपा छीपी, जागिड़, जाट, जोगी, जोरिया, झोजा, ठठेरा, डफालीतंतवा, तमोली, तेली, तंवर, ताम्रकार, दर्जी, देववंशी, दांगी, धाकड़, धीमान, धीवर, धोबी, नक्काल, नद, नदाफ (धुनिया),
नाई, नानबाई, नायका, निषाद, नोनिया, पटनवार, पटेल, पटवा, पटेहरा, पटहारा, प्रजापति, पांचाल, पाल और बघेल, पीराही फकीर, बंजारा, बढ़ई, बढ़ई-शैफी, बरई, बैरागी, बारी, बिन्द, बियारभूज, भठियारा, भर, भुर्जी (भड़भूजा), भिश्ती-अब्बासी, मुकेरानी, मुकेरी, मनिहार, मुराव/मुराई मेव, मेवाती, मंसूरी, मुस्लिम,
कायस्थ, मारछा, माली, माहीगी, मिरासी, मीरशिकार, मोची, मोदनवाल, मोमिन (अंसार), मौर्य, यदुवंशीय, यादव, रंकी, रंगरेज, रंगवा, रमगढ़िया, राजभर, राय, सिक्ख, रोगनगर, रोड़, रौनियार, लखेरा, लोट, लोध, लोधा, लोधी, लोधी राजपूत, लोनिया, लोनिया- चौहान, लोहार, लोहार-सैफी, विश्वकर्मा, शेख
सरवरी (पिराई), श्रीवास शाक्य, सक्का, भिश्ती, संगतराश, सुनार, सैनी, सलमानी, स्वर्णकार, सविता, स्वीपर, सामानी, साहू, सिंघाड़िया, सोनार, हज्जामहलवाई, हलालखोर, रेवार, हंसीरी
उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति (SC) में कौन - कौन जातियां आती है -
अगरिया, कंजड़, कपड़िया, कबडिया करवल, कलाबाज, कोरवा, कोरी, कोल, खटिक, खरैता, खरवार (बनवासी को छोड़ कर ), खरोट, ग्वाल, गोंड, घसिया, चमार, चरो, जाटव, झसिया, डोम डोमर, तरमाली, तुरेहा, दबगर, दुसाध, धनगर, धरकार, धरमी, धुसिया, धानुक, धोबी, पंखा, पतरी, पहरिया, पासी, बेगा,
बंगाली, बजनिया, नट, बेड़िया, बधिक, बनमानुष, बरवार, बलई, बेलदार, बलहर, बैसवार बसोड़, बहेलिया, बाजगी बादी, बाल्मीकि बावरिया, बांसफोर, बोरिया, भुइयार, भुइया, मजहबी, भंतू, मजहबी, मझवार, मुसहर, रावत, लालबेगी, शिल्पकार, सनोरिया, सहरिया, सांसिया, हबुड़ा, हरी, हेला
उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति (ST) में कौन - कौन जातिया आती है -
गोंड, जौनसारी, ओझा, धुरिया, पठारी, थारु, नायक, बोक्सा, भोटिया, राजगोंड राजी
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Jati Praman Patra Online Apply -
जाति प्रमाण पत्र, बनाने के हमें E DISTRICT पोर्टल के माध्यम से आनलाईन आवेदन करना होता है। इसके लिए हमें edistrict.up.gov.in पर जाकर आवेदन करेगे। या दिये गए लिंक में मध्यम से सीधे लॉग इन करेगे।
https://esathi.up.gov.in/citizenservices/login/login.aspx
- इसमें सिटिजन लागइन के द्वारा अपना मोबाईल नम्बर व पासवर्ड के माध्यम से लागइन करेंगे अगर आपका पहले से आईडी नहीं बना है तो आप पहले नवीन उपयोगकर्ता पंजीकरण के द्वारा अपना पंजीकरण करेगे। लागइन करने के बाद अपना नाम, पिता का नाम, माता का नाम, मकान संख्या पोस्ट ग्राम आदि पते को भरने के बाद आप अपना मोबाईल नम्बर व भरेगे।
- इसके बाद आपको अपनी जाति जैसे पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति को चुनेगे। और इसमें से जो आपकी जाति होगी वह चुनेगे। ऊपर जैसा की बताया गया है कि कौन से वर्ग में कौन - कौन जातियां आती है।
- आप अपना राशन कार्ड संख्या या परिवार आईडी हो तो भरेगे नहीं तो इसे खाली छोड़ देंगे।
- प्रमाण पत्र बनवाने के कारण में आप कारण दर्ज करेगे जैसे- छात्रवृत्ति या पेंशन आदि दर्ज कर सकते है।
- इसके बाद आवेदक का फोटो 50 केबी से कम उपलोड करेंगे।
- एक शपथ पत्र भर कर उपलोड करेंगे जो 100 केबी से कम का हो।
- और अपना एक आधार कार्ड या वोटर आईडी को 100 केबी से कम का अपलोड करेगे।
- सभी विवरण को भर कर इसे दर्ज कर क्लिक करेंगे, और आगे फीस पेमेंट करेंगे। जो आप डेबिट कार्ड या इन्टरनेट बैंकिग एवं अन्य माध्यम से करेंगे।
- फीस भुगतान होने के पश्चात यह तहसीलदार के पास चला जाता है। तहसीलदार इसे लेखपर के पास फारवर्ड करते है जो क्षेत्रीय स्तर पर इसे सत्यापन के पश्चात पुन: तहसीलदार के पास भेज देते है। तहसीलदार फिर आपके आईडी पर भेज देते है। जिसका प्रिंटआउट निकालकर इसका उपयोग करते है।
जाति प्रमाण पत्र कितने दिन में बनता है -
जाति प्रमाण पत्र बनने की कम से कम 20 कार्यदिवस लगता ह। और अधितम 1 माह का समय लाग सकता है।
आपको जल्दी से जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता है तो आप को लेखपाल से बात करके जल्दी
बनवा सकते है।
जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए क्या लगता है –
- जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदक का फोटो, आधार कार्ड एवं एक शपथ पत्र की आवश्यकता होती है।
- शपथ पत्र स्वप्रमाणित घोषणा पत्र होता है जो स्वयं प्रमाणित करके इसे उपलोड किया जाता है।
- अगर आप के पास कोई पुराना जाति प्रमाण पत्र है तो लगा सकते है, अन्यथा न लगाये।
जाति प्रमाण पत्र में कितना पैसा लगता है -
जाति प्रमाण पत्र बनवाने का फीस 30 रूपये सरकार द्वारा निर्धारित है, इससे ज्यादा कोई फीस नहीं लगेगी।
जाति प्रमाण पत्र से क्या लाभ है -
जाति प्रमाण पत्र के निम्नलिखित लाभ है।
छात्रवृत्ति आवेदन में।
किसी सरकारी या अन्य विद्यालयों एवं विश्वविद्यालय के प्रवेश के समय।
किसी पेंशन के आवेदन के समय।
कोई सरकारी लोन या निजी संस्था में एक दस्तावेज के रूप में।
किसी भी सरकारी नौकरी में छुट प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है।
जाति प्रमाण पत्र कितने दिनों तक मान्य है -
जाति प्रमाण पत्र जारी दिनांक से 3 वर्षो तक उपयोग कर सकते है। लेकिन केवल पिछड़ा वर्ग के लिए इसमे
जाति प्रमाण पत्र व नान क्रीमी लेयर का भी प्रमाण पत्र रहता है। तो कही कही इसे
केवल 1 वर्ष तक ही उपयोग में माना जाता है।
निष्कर्ष -
आज इस पोस्ट में हम सभी ने Jati Praman Patra Online Apply, सम्बंधित सभी जानकारी प्राप्त किया है। आप सभी इस जानकारी का उपयोग करेंगे। इसके द्वारा अपनें काम को आसान बनायेगे। हमारे जीवन में इस दस्तावेज कितना महत्व है।
जिसके द्वारा हम अपने सभी सरकारी व गैर सरकारी कार्य को आसानी से जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से पूरा करेंगे। उम्मीद करता हूँ कि इस पोस्ट में दी गयी जानकारी से आप संतुष्ट होंगे। इसी तरह की जानकारी के Hindispider को फॉलो करें।